हथेली में कॅम्पास लेकर
सितारों को ताकते हुए
समंदर लाँधने का सपना
सुन्दर तो लगता है
पहाड़ों को चीर कर
उनसे सुरंग बनाते हुए
रास्ता ढूंढ़ने का सपना
उन्माद भी देता है
सपने देखने और उन्हें पूरे करने के बीच
तय करनी पड़ती हैं कई जटिल यात्राएं
जागना पड़ता है अनगिनत रातों को,
घिसनी पड़ती है एड़ी-चोटियां
सपनों के इस पार से
सपनों के उस पार तक जाने के लिए
लगती है अटल साधना, सतत हठ;
सपने खोजती हैं पागलपन
सपनों को चाहिए निर्विकार प्रयास
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