दिन भर सिलबट्टे पर घिसा होगा माँ ने
धनिया, हरी मिर्च और लहसुन
नमक और सरसों डालने में लगा दी होगी
अपने अनुभव की सारी mathematics
ममता की सारी economics
तब कहीं,
चटनी में 'वाह' वाला स्वाद आया होगा
'आह' वाला हरा रंग आया होगा
तुमने पराठे जल्दी निगलने के चक्कर में
बाज़ार से tomato ketch -up खरीद लिया था
अब पूछते हो कि
मज़हब के नाम पर
सुर्ख़ रंग का खून क्यूँ बिकता है बाज़ार में
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